Sulekh || सुलेख ||

जेनब और मरियम पाठशाला पहुंची | जेनब को लिखना बहुत ही ज्यादा पसंद है | और मरियम को पढ़ना बहुत ज्यादा पसंद है………………….. जेनब ने मरियम से कहा चलो हम लोग मिलकर सुलेख लिखते हैं ………. यह सुनकर मरियम ने जेनब से कहा जेनब सुलेख क्या होता है …… जेनब ने मरियम को बताया, जब हम अक्षरों को धीरे-धीरे और सुंदर बना कर अच्छी तरह लिखते हैं उसको सुलेख कहते हैं आई बात समझ में मरियम,………………………………………………………………. अब मरियम ने जेनब से पूछा अच्छा, और जब हमारी क्लास अध्यापिका बोलती हैं तो जो हम सुनके लिखते हैं उसको क्या कहते हैं |………………………………………… अब जेनब ने कहा उसको श्रुतिलेख कहते हैं ………………….. अच्छा अच्छा मुझे सुलेख और श्रुतिलेख दोनों में से कोई भी पसंद नहीं है | मुझे तो बस कहानियां पढ़ना और सुनना पसंद है मरियम ने कहा, यह बोलकर मरियम एक किताब खोल के पड़ने लगी |

यह देख कर जनाब ने मरियम से पूछा, मरियम क्या तुम्हें सुंदर राइटिंग पसंद है जनाब ने कहा हां जैसे तुम सुंदर-सुंदर गोल मटोल प्यारे-प्यारे अक्षरों में लिखती हो वैसी राइटिंग मुझे भी बहुत पसंद है ……………………. जेनब ने मरियम से कहा, रोज सुलेख लिखने के कारण ही मेरी राइटिंग इतनी सुंदर हुई है और जो रोज सुलेख लिखते हैं उनकी राइटिंग अच्छी हो जाती है|……….. यह बात सुनकर मरियम ने जानव से कहा, की अब तो मैं रोज सुलेख लिखा करूंगी जिससे एक ना एक दिन मेरी भी राइटिंग अच्छी हो जाएगी……………………. अब जेनब सुलेख लिखने लगी और उसे देख कर मरियम भी एक कागज लाई और वह भी सुलेख लिखने लगी|