Pustakalaya || पुस्तकालय ||

आओ बच्चों आज हम आपको पुस्तकालय की कहानी सुनाते हैं |…………………………………………………….. मरियम और इब्राहिम दोनों एक साथ मिलकर अपने पुस्तकालय पहुंचे | वहां पर वह दोनों एक साथ पुस्तकों को पढ़ा करते हैं| पुस्तकालय में बहुत सारी पुस्तकें हैं मरियम को कहानियां पढ़ने का बहुत शौक है और इब्राहिम को जानकारी वाली बातें की किताबें पढ़ने का बहुत शौक है| कभी-कभी वह दोनों पुस्तकालय से कुछ किताबें अपने साथ अपने घर ले आते हैं और पढ़ने के बाद वह उनको वापस वही रख देते हैं| वापस करने पर उनको स्वीट से उनकी मन की नई किताब मिल जाती है…………………. दोनों ने एक दूसरे से पूछा तुम्हें कितनी किताबें पसंद है मरियम ने इब्राहिम से पूछा,…….. इब्राहीम ने उसे बताया पसंद तो मुझे बहुत किताबें हैं लेकिन आज मैं घर सिर्फ दो किताबें लेकर जाऊंगा जब मैं यह दो किताबें पूरी तरह से पढ़ लूंगा उसके बाद ही दूसरी किताबे लूंगा |……………. मरियम ने इब्राहिम से पूछा मुझे तो बहुत सारी किताबें पसंद है क्या मैं सारी किताबें अपने साथ अपने घर ले जाओ एक साथ इब्राहीम ने उसकी तरफ देखा और आश्चर्य होकर पूछा कितनी है यह श्री मरियम ने अपनी किताबों को गिनना स्टार्ट किया|……………………………….. मरियम ने इब्राहिम को बताया यह टोटल 12 किताबें हैं| 12 किताबें? इब्राहीम ने मरियम से कहा इतनी किताबें 1 दिन में तुम कैसे पढ़ सकोगी| मरियम ने वहीं से कहा मैं एक किताब रोज पढ़ा करूंगी|……………………….. यह सुनकर इब्राहिम ने कहा अच्छा ठीक है संभाल कर पकड़ना नहीं तो वे सब गिर जाएगी |…………………… ओ…….ओ…….ओ……………………….ओ…………………………ओ…………………………… लो, यह किताब तो गिर ही पड़ी |