Diwali Story For Kids || दीपावली

मनु बोली चलो हम साथ में दीपावली जलाते हैं और सजाते हैं…………………………………. हां जी हम दोनों साथ में मिलकर एक साथ खूब सारे दिए सजाएंगे और जलाएंगे नीता ने मीनू से पूछा………………………… मैं आज मार्केट गई थी वहां से एक चित्र लाई हूं इसको हम अपनी इस दीवार पर लगा देते हैं| मनु दिए वाला चित्र लेकर दीवार की तरफ गई दीवार में कई ताकते| माता ने ताक में हमसे पहले दिए रख दिए थे | उसके बाद मेरी मां फर्श पर एक बहुत ही सुंदर रंगोली बनाने लगी| नीता के दिमाग में कुछ चल रहा था उसने अपने दोनों हाथों को अपने कमर पर रखते हुए एक्टिंग करते हुए कुछ सोचा|……………………………. पापा ने दरवाजे पर कुछ तोरण सितारे और दिए थे| देखो देखो सब देखो वह फुलझड़ियां नीता ने कहा|………………………………………………………………………………………………….. मनु ने उन्हें देखा और बोली हम यह सब रात को जलाएंगे पूजा के बाद जिससे कि यह बहुत ज्यादा खुशी देंगे और रोशनी भी करेंगे|……………………………………………………………… नीता ने सबको काम करते हुए देखा तो वह मां से बोली मां क्या मैं भी सीढ़ियों पर दिए लगा दूं बहुत सारे,……………………….. मां ने कहा बेटा संभाल कर लगाना कहीं हाथ ना जल जाए……………………………….. उसके बाद मां रसोई में चली गई हम लोग कहां गए तो देखा कि मां वहां पुरिया बना रही थी| मां से पूछा मां पापा कहां गए हैं तो मां ने बताया पापा हमारे लिए मिठाई लेने गए हैं बाजार से थोड़े ही देर में सब मिलकर पूजा करेंगे और उसके बाद फुलझड़ियां पटाखे अनार रॉकेट चकरी दिए खूब जलाएंगे और सब मिलकर बहुत सारी मस्ती करेंगे |……………………………………………………………………………………………………………………………………. बच्चों आपको भी दिवाली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं और दिवाली में हमेशा दिए ध्यान से चलाया करें|